हिन्दी निबंध _ आंतराष्ट्रीय महिला दिन विशेष (२०२२ )
भारतीय समाज में महिलाओं की बहु-कार्य भूमिका (Multitasking woman in India) तू अबला तू ललना न तू सैरंध्री तू दुर्गा, तू चंडी, उठ पुरंध्री यह एक पुरानी कहानी है जो करीब 157 साल पहले की है। यह पश्चिमी चिकित्सा की पहली भारतीय महिला डॉक्टर डॉ आनंदीबाई गोपाल जोशी की कहानी है। यदि आप भारतीय समाज में महिलाओं की बहु-कार्य भूमिका को समझने में रुचि रखते हैं तो यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण है। जब न केवल महिलाओं के लिए बल्कि किसी भी पुरुष के लिए उच्च शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल था , उस समय डॉ आनंदीबाई जी जोशी ने मौजूदा सामाजिक शासन , जातिवाद और असमानता के साथ संघर्ष किया। उन्होंने एक अच्छी बेटी , मां , पत्नी और उत्कृष्ट डॉक्टर के रूप में बहुमुखी भूमिका निभाई। गर्भावस्था के दौरान , किसी भी गर्भवती महिला के लिए पुरुष चिकित्सक के साथ चिकित्सा उपचार करना एक कठिन और शर्मनाक गतिविधि थी। हमारे समाज से इन मुद्दों को हल करने के लिए उन्होंने एक बेहतर भारत के लिए अपनी चिकित्सा श